बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी)
मध्य प्रदेश के प्रथम यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय जिससे देश और दुनिया के लोग सैफिया हमीदिया यूनानी तिब्बिया कॉलेज बुरहानपुर के नाम से जानते और पहचानते हैं। इस महाविद्यालय के पूर्व छात्र एवं इसी महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य एवं सीनियर प्रोफेसर डॉ मोहम्मद सईद सिद्दीकी ( किंग ऑफ बहादरपुर) का वर्ष 1997 98 पूर्व छात्रों ने,बुरहानपुर के एक निजी होटल में आयोजित एक कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक हमीद क़ाज़ी, संस्था के सचिव हमीदुल हक़ अंसारी लालू सेठ, और गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन हफिजुर रहमान हाशमी, मोमिन जमात बुरहानपुर के अध्यक्ष शाह परवेज़ सलामत, पूर्व महापौर अतुल पटेल सहित कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉक्टर अल्ताफ जावेद, प्रोफेसर मझहर अंसारी, प्रोफ़ेसर डॉ बीएम गुप्ता, प्रोफेसर डॉक्टर श्रीमती तनवीर जीनवाला, तिब्बिया कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर डॉ जैनुद्दीन अली सहित वर्तमान एवं तत्कालीन टीचिंग स्टाफ तथा देश के कोने कोने से आए छात्रों की मौजूदगी में स्वागत एवं सम्मान कर प्रशस्ति पत्र भेंट किया।
उक्त कार्यक्रम का आयोजन यहां के पूर्व छात्र डॉक्टर इमादुद्दीन हमीरपुर यूपी के प्रयासों से किया गया था। डॉक्टर इमादुद्दीन ने बताया कि उन्होंने 4 महीने पूर्व यह तैयारी शुरू की थी और इसको आज अंतिम रूप देकर कार्यक्रम को संपन्न कराया गया। प्रशस्ति पत्र में डॉक्टर एम एस सिद्दीकी की उल्लेखनीय सेवाओं के विभिन्न आयामों का उल्लेख करते हुए उनके मार्गदर्शन की प्रशंसा की गई है। डॉक्टर सईद सिद्दीकी ने बताया कि लगभग 65 कश्मीरी छात्र इस महाविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करके कश्मीर में और देश के कोने कोने में इस महाविद्यालय की हज़ारों छात्र यूनानी चिकित्सा पद्धति की और देश की तन्मयता से सेवा कर रहे हैं और सम्मानजनक जीवन यापन कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि डॉक्टर सईद सिद्दीकी ने अपनी मातृत्व संस्थान एस एच हमीदिया युनानी तिब्बिया महाविद्यालय बुरहानपुर के लिए उन्हों ने अपना सर्वत्र निछावर कर के सेवा की है और यूनानी महाविद्यालय को देश के कोने कोने में परिचित कराने में अपनी महत्ती भूमिका अदा की है। यही कारण है कि मैनेजमेंट और छात्र छात्राऐं उन्हें पसंद करते हैं और आज भी उनका अपने पूर्व छात्रों से जीवंत संपर्क बना हुआ है।