रिपोर्ट,नई दिल्ली, सैयद रागिब अली.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से आयकर विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करके बड़े फर्जी लेनदेन का खुलासा किया है। बताया जा रहा है कानपुर के नयागंज में इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया, इनकम टैक्स अधिकारियों की माने तो उत्तर प्रदेश में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके इस तरीके की टैक्स चोरी को पकड़ा गया है इससे पहले यह काम मैनुअली होता था और अधिकारियों को ट्रेल बनाने में काफी समय लगता था अभी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए एक एंट्री डालते ही पिछली सारी एंट्री सॉफ्टवेयर अपने आप पकड़ लेता है, और ट्रांजैक्शन की डिटेल बना देता है, अधिकारियों की माने तो आयकर विभाग कुछ समय से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रहा है। सोमवार रात आयकर विभाग के अधिकारी कानपुर के नया गंज स्थित बागला बिल्डिंग पहुंचे, वहां स्थित एक बंद दुकान से 10 करोड़ रूपये कैश के रूप में जब्त किए, सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग की टीम पुरुषोत्तम राधा मोहन दास ज्वेलर्स की दुकान मैं छापेमारी कर रही थी, जिसके बाद वहां सूचना मिली कि नयागंज स्थित बागला बिल्डिंग में कपड़े की एक दुकान में कुछ कैश छुपाया गया है। यह दुकान राधामोहन पुरुषोत्तम दास ज्वेलर्स की है। इसके बाद दो टीमों ने इस दुकान पर पहुंचे और कैश बरामद किया सूत्रों के अनुसार 18 करोड़ रुपए के लगभग 7 करोड़ का रुपए का कीमती सामान बरामद किया गया। सूत्रों के मुताबिक कानपुर के कई बड़े व्यापारी रियल स्टेट के मालिक एवं पूंजीपति आयकर विभाग के रडार पर हैं कानपुर में ही 17 जगह वा देश भर में 55 जगहों पर छापेमारी की गई, जिसमें 1500 करोड़ के रुपए के फर्जी लेन देन का खुलासा हुआ, सूत्रों की माने तो लगभग 200 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का यह मामला सामने आया है 5 दिन तक चली इस रेड में शहर के कई नामी ज्वेलर्स,बिल्डर और रियल एस्टेट के मालिक व पूंजीपति भी नजर में आए।