अफ़सर अली
चिरमिरी । जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के नगर पालिक निगम चिरमिरी शहर में निवासरत बलविंदर कौर की सुपुत्री डॉ. अमनदीप कॉर ने अपने माता पिता के साथ ही साथ नि सिर्फ़ अपने शहर चिरमिरी का बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश का नाम रौशन किया है।
जब बात करें मां बाप की तो बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए क्या माता पिता अपने दिन रात का सुख चैन न्योछावर कर देते हैं, रातों की नींद तक उड़ जाती है । सालों के कड़ी तपस्या समान संघर्ष भरी कई रातों के बाद, बच्चों को मिली सफलता ही उनके कड़ी मेहनत का फल होता है । मां बाप की ज़िंदगी में उस सुबह की रौशनी के सुख का आंकलन लगाना भी बेहद मुश्किल है जिस सुबह कई वर्षों के मेहनत के बाद पूरे जगत में उनके बच्चे ना सिर्फ उनका नाम रौशन करते हैं मगर उनके पीछे मेहनतकश शिक्षकों का एवं अपने हर और राज्य का भी मान गर्व से बढ़ाते हैं।
हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ प्रदेश के एक छोटे से कोयलांचल शहर चिरमिरी में निवासरत डॉ. अमनदीप कॉर की, जिन्होंने कुछ दिनों पुर्व ही एफ.एम.जी.ई (फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्ज़ामिनेशन) में कुल 300 अंक के परीक्षा में 207 अंक ला गर परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की । जिनके द्वारा बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में सबसे अत्यधिक अंक इन्होंने ही ला कर उत्तीर्ण किया ।
इसके साथ ही पूरे भारत देश में इस परीक्षा में समस्त बच्चों में सर्वोत्तम अंक लाने वाले छात्रों की सूचि में अपना नाम दर्ज कर लिया है । जहां शहर एवं राज्य में उनकी भरपुर प्रशंसा के साथ ही साथ उनकी विशेष चर्चा भी जोरों पर चल रही है । लोगों द्वारा भी उन्हें बधाइयां दी जा रही हैं । इनके माता पिता भी अपने बच्ची के इस सफलता को देखते हुए अपने आप में ही गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं ।
डॉ. अमनदीप कॉर के माता पिता से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनकी सुपुत्री की रूचि पढ़ाई में बेहद ज़्यादा थी । उनकी मां का भी सपना था कि डॉ. अमनदीप कॉर डॉक्टर बन कर लोगों की सेवा करें और अपने माता पिता का नाम रौशन करें । डॉ. अमनदीप कॉर की शिक्षा की शुरुआत चिरमिरी शहर के केन्द्रीय विद्यालय से हुई थी । कक्षा पहली से कक्षा बारहवीं तक की पढ़ाई उन्होंने केंद्रीय विद्यालय से ग्रहण की । जिसके बाद अपने माता पिता एवं अपने सपने की उड़ान भरने एवं अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित डॉ. अमनदीप कॉर यूक्रेन गईं और वहां के ओडेशा मेडिकल यूनिवर्सिटी से उन्होंने एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई की, छह साल वहां संघर्ष करने एवं पढ़ाई पूरी होने के पश्चात, डॉक्टर्स प्लेनेट कोचिंग इंस्टिट्यूट से कोचिंग की ।
जिससे संबंधित परीक्षा 20 जनवरी 2023 में देने के पश्चात 03 फरवरी 2023 में उन्होंने कुल 207 नंबर के साथ अपने जीवन के लक्ष्य को पूरा किया । बताया जा रहा है कि कुल 310000 बच्चों में मात्र 9000 बच्चों ने यह परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की । जिसकी प्रशंसा पूरा छत्तीसगढ़ प्रदेश जोरों से कर रहा है । बच्चों के इस तरह के कड़ी मेहनत पर लोगों ने उनका उत्साहवर्धन किया और उन्हें ढेर सारी बधाइयां भी दी।