अंजन मुखर्जी, ब्यूरो चीफ (छत्तीसगढ़) (middaymirror.com)
ज्ञात हो कि पिछले पांच महीनों से तमाम नेता और पत्रकारों की प्रयास के बाद भी चिरमिरी नगरपालिक निगम अपने कर्मचारियों को उनको प्रति माह मिलने वाले वेतन का भुगतान नहीं किया। जिसके फलस्वरूप सारे कर्मचारियों ने काम बंद करके हड़ताल पर चले गए। हड़ताल के कारण सबसे बुरा असर पीने की पानी पर पड़ा। चिरमिरी क्षेत्र में एक समय अनगिनत झरना या तुर्रा हुआ करता था जो कोलियारी के द्वारा ओपन कास्ट खादान खोले जाने से धरती में समा गया है।अब सिर्फ नगरनिगम के भरोसे है पुरे क्षेत्र में पीने का पानी,और अचानक सारे के सारे कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से पीने का पानी सप्लाई सम्पूर्ण रूप से ठप हो गया और चारों तरफ पीने की पानी के लिए चीख पुकार शुरू हो गया। ऐसे में कर्मचारियों के वेतन का भुगतान ना होना ,चाहे वो राजनैतिक कारणों से हो या किसी दूसरे कारणों से हो चिरमिरी निवासीगण के लिए एक बहुत बड़ा अभिशाप साबित हो रहा है।अगर जल्द से जल्द उनके भुगतान नहीं किया गया तो वो समय दूर नहीं जब पुरे चिरमिरी के लोग नगरनिगम पर उपस्थित होकर तरीके से पानी मांगेंगे।