मुजफ्फरनगर सीट से नई करवट ले रहा है पश्चिम उत्तर प्रदेश का लोकसभा चुनाव, भाजपा को भीतर घात डर!

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संपादक:एस रागिब/नई दिल्ली:

पहला चरण शुरू होने से पहले ही लोक सभा चुनाव व मोसम के मिजाज में गर्मी बढ़ रही है। जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है प्रत्याशीयों ने भी अपने अपने क्षेत्र में जनसंपर्क बढ़ा दिया है,मेरठ सहारनपुर में हुई प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा के बाद चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है, वहीं कई जगहों पर प्रतियाशियों का विरोध भी देखने को मिल रहा है, गाजियाबाद के भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी अतुल गर्ग व भाजपा महानगर अध्यक्ष को कल जनसंपर्क अभियान में जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा, मुजफ्फरनगर व सहारनपुर में हुई ठाकुर समाज की पंचायत में भारतीय जनता पार्टी के विरोध में स्वर सुनाई दिए तथा भाजपा को वोट न देने के आह्वान किया गया जिसके बाद से पश्चिम उत्तर प्रदेश में, गाजियाबाद,गौतमबुधनगर, बिजनौर एवं अन्य लोकसभा सीटों पर ठाकुर समाज जगह जगह पंचायत कर भाजपा को वोट न देने की अपील भी कर रहे हैं और अब भाजपा प्रत्याशियों का विरोध भी शुरू हो गया है, बड़ी संख्या में ठाकुर समाज भारतीय जनता पार्टी से लम्बे अरसे से जुड़े रहे हैं,पर इन लोकसभा चुनाव में भाजपा की ओर से किसी भी ठाकुर समाज से टिकट नहीं दिया गया है, बल्कि गाजियाबाद से पिछले चुनावों में भारी मतों से जीत दर्ज करने के बाद भी जनरल वीके सिंह का टिकट काटा गया, तथा पश्चिम उत्तर प्रदेश में केवल एक ही सीट मुरादाबाद से ठाकुर प्रत्याशी ठाकुर सर्वेश कुमार हैं, इस बार पश्चिम उत्तर प्रदेश खासकर जाट बेल्ट कहीं जाने वाली मुजफ्फरनगर, कैराना मेरठ, सहारनपुर बिजनौर एवं अन्य कई सीटों पर ठाकुर समाज का असर देखा जाता है वहीं पर इस तरीके का विरोध भारतीय जनता पार्टी को कहीं चुनाव में भारी न पड़ जाए जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है ठाकुर समाज भी अपनी रणनीति बदलकर अलग-अलग लोकसभा क्षेत्र में पंचायत तय करने का विचार कर रहे हैं और भाजपा को वोट न देने की अपील भी कर रहे हैं तथा भाजपा के प्रत्याशियों का भारी विरोध देखने को मिल रहा है, अगर यह विरोध बढ़ता है तो भाजपा को पश्चिम उत्तर प्रदेश में कई सीटों पर नुकसान होता हुआ दिखाई दे रहा है।

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