रिपोर्ट, अयोध्या…रागिब अली…
प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित होने वाले दीपोत्सव का यह सातवां वर्ष है पिछली बार दीपोत्सव में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी स्वयं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे इस बार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की चर्चा थी लेकिन इसकी पुष्टि अधिकृत रूप से नहीं की गई है, कार्यक्रम में दक्षिण कोरिया गणराज्य सहित अन्य देशों के राजनायिकों के आगमन की संभावना है वहीं विदेशी रामलीला कलाकारों का दल भी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने के लिए आ रहा है इसके कारण सुरक्षा व्यवस्था पर जिला प्रशासन की और से पुलिस प्रशासन की पैनी निगाह बनी है एक दिन पहले आईजी प्रवीण कुमार एसएसपी आर के नैयर ने पूरे अमले के साथ कार्यक्रम स्थल सहित सरयू के घाटों का निरीक्षण किया इस दौरान आईजी प्रवीण कुमार ने बातचीत में कहा कि आयोजन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सुरक्षा को लेकर व्यवस्था दुरुस्त रहे इसी का निरीक्षण किया जा रहा है। भगवान राम के 14 वर्षों के वनवास लौटने की खुशी में आयोजित होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम का मुख्य केंद्र राम पेढ़ी व राम कथा पार्क तो रहेगा इसके साथ रामजन्म भूमि पथ के साथ श्री राम जन्म भूमि परिसर भी दीपमालिकाओं के साथ अपनी छटा बिखरेगी इस मौके पर जन्म भूमि पथ पर निर्माधीन प्रतीक स्तंभ के समानांतर फूलों से सुसज्जित भव्य प्रवेश द्वार का भी निर्माण किया जाएगा रामजन्म भूमि दिन परिसर में भी विशेष प्रकार के दिए जलाए जाएंगे श्री राम जन्मभूमि के न्यासी डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि दीपोत्सव में मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर में विराजमान रामलला के मंदिर से लेकर पूरे परिसर को दीप मालाओं से सजाया जाएगा उन्होंने बताया कि इसके अलावा परकोटा सहित पूरे जन्मभूमि परिसर को भी असंख्य के दीपों की श्रृंखला से सजाया जाएगा तथा पुष्प द्वारा भी प्रवेश द्वार बनाया जाएगा इस दौरान जन्मभूमि पथ समेत अनेक प्रमुख स्थानों पर रंगोलिया भी भिन्न आकृतियों की सजाई जाएगी डॉक्टर मिश्रा ने बताया कि रामलला के निर्माण दिव्या मंदिर में तेल के दीपों के बजाय विशेष प्रकार के दीए जलाए जाएंगे इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि पत्थरों पर तेल के धब्बों के लगने की आशंका को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है।